शनिवार, 9 अक्टूबर 2021

तुम सजती रहो हम सजाते रहें ,माँ सजाने में आनंद आता है,माँ दुर्गा भजन ,


                                  माँ दुर्गा भजन 







तुम सजती रहो हम सजाते रहें  -2

माँ सजाने में आनंद आता है -4

अ अ..................................

तुम चन्दन बनो हम पानी बने 

माँ  माँ .............. अम्बे मा 

तुम चन्दन बनो हम  पानी बने-2

मैया  चन्दन बनो हम पानी बने-2

घुल जाने  में अनंद आता है -2

तुम सजती रहो हम सजाते रहे -2

माँ सजाने में आनंद आता है -2


तुम दीपक बनो हम बाती बने -

माँ  माँ .............. अम्बे मा 

मैया दीपक बनो हम बाती बने -2

 लॉ लगाने में आनंद आता है 

तुम सजती रहो हम सजाते रहे -2

माँ सजाने में आनंद आता है -2


तुम सजती रहो हम सजाते रहे -

माँ  माँ .............. अम्बे मा 

तुम सजती रहो हम सजाते रहे -2

माँ सजाने में आनंद आता है -2

............................................

तुम सागर बनो हम लहरे  बने -

माँ  माँ .............. अम्बे मा 

मैया सागर बनो हम लहरे बने -2

डूब जाने में आनंद आता है -2

तुम सजती रहो हम सजाते रहे -2

माँ सजाने में आनंद आता है -2

.................................

तुम मांखन बनो हम मिश्री बने-

माँ  माँ .............. अम्बे मा 

मैय मंखन बनो हम मिश्री बने -2

मिल जाने में आनंद अत है -2

तुम सजाती रहो हम सजाते रहे -2

माँ सजाने में आनंद आता है -2

अअअ...................

तुम चंदा बनो हम चकोरी बने 

माँ  माँ .............. अम्बे मा 

मैया चंदा बनो हम चकोरी बने -2

दिल लगाने में अननद अत है -2

तुम सजाती रहो हम सजाते रहे -2

माँ सजाने में आनंद आता है -2


तुम सुनती रहो हम सुनते रहे 

माँ  माँ .............. अम्बे मा 

मैय्या सुनती रहो हम सुनते रहे -2

मैया गाने में आनंद अत है -2

तुम सजाती रहो हम सजाते रहे -2

माँ सजाने में आनंद आता है -2


तुम मोती बनो हम धागा बने |

माँ  माँ .............. अम्बे मा 

मैया मोती बनो हम धागा बने -2

गुट जाने में आनंद आता है -2

तुम सजाती रहो हम सजाते रहे -2

माँ सजाने में आनंद आता है -4


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