गुरुवार, 2 फ़रवरी 2023

हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की, ये रामायण है पुण्य कथा श्री राम की

                               


Hum Katha Sunate Ram Sakal 



हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की,हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की

ये रामायण है पुण्य कथा श्री राम की

जम्बुद्विपे भरत खंडे आर्यावर्ते भारतवर्षे ,एक नगरी है विख्यात अयोध्या नाम की
यही जन्म भूमि है परम पूज्य श्री राम की ,हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की
ये रामायण है पुण्य कथा श्री राम की ,ये रामायण है पुण्य कथा श्री राम की

रघुकुल के राजा धर्मात्मा ,चक्रवर्ती दशरथ पुण्यात्मा
संतति हेतु यज्ञ करवाया,धर्म यज्ञ का शुभ फल पाया
नृप घर जन्मे चार कुमारा,रघुकुल दीप जगत आधारा
चारों भ्रातों के शुभ नामा,भरत, शत्रुघ्न, लक्ष्मण रामा


गुरु वशिष्ठ के गुरुकुल जाके,अल्प काल विद्या सब पाके
पूरण हुई शिक्षा,रघुवर पूरण काम की
हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की,ये रामायण है पुण्य कथा श्री राम की

मृदु स्वर कोमल भावना,रोचक प्रस्तुति ढंग
एक एक कर वर्णन करें,लव कुश राम प्रसंग
विश्वामित्र महामुनि राई,तिनके संग चले दोउ भाई
कैसे राम ताड़का मारी ,कैसे नाथ अहिल्या तारी
मुनिवर विश्वामित्र तब ,संग ले लक्ष्मण राम
सिया स्वयंवर देखने ,पहुंचे मिथिला धाम

जनकपुर उत्सव है भारी ,जनकपुर उत्सव है भारी
अपने वर का चयन करेगी ,सीता सुकुमारी
जनकपुर उत्सव है भारी ,जनक राज का कठिन प्रण
सुनो सुनो सब कोई ,जो तोड़े शिव धनुष को
सो सीता पति होई

को तोरी शिव धनुष कठोर,सबकी दृष्टि राम की ओर
राम विनय गुण के अवतार,गुरुवर की आज्ञा सिरधार
सहज भाव से शिव धनु तोड़ा,जनकसुता संग नाता जोड़ा

रघुवर जैसा और ना कोई,सीता की समता नही होई
दोउ करें पराजित
कांति कोटि रति काम की ,हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की
ये रामायण है पुण्य कथा सिया राम की

सब पर शब्द मोहिनी डारी,मन्त्र मुग्ध भये सब नर नारी
यूँ दिन रैन जात हैं बीते,लव कुश नें सबके मन जीते

वन गमन, सीता हरण, हनुमत मिलन,
लंका दहन, रावण मरण, अयोध्या पुनरागमन ,

सविस्तार सब कथा सुनाई,राजा राम भये रघुराई
राम राज आयो सुखदाई ,सुख समृद्धि श्री घर घर आई

काल चक्र नें घटना क्रम में,ऐसा चक्र चलाया
राम सिया के जीवन में फिर,घोर अँधेरा छाया

अवध में ऐसा, ऐसा एक दिन आया
निष्कलंक सीता पे प्रजा ने,मिथ्या दोष लगाया
अवध में ऐसा, ऐसा एक दिन आया
चल दी सिया जब तोड़ कर सब नेह नाते मोह के
पाषाण हृदयों में ना अंगारे जगे विद्रोह के
ममतामयी माँओं के आँचल भी सिमट कर रह गए
गुरुदेव ज्ञान और नीति के सागर भी घट कर रह गए
ना रघुकुल ना रघुकुलनायक,कोई न सिय का हुआ सहायक

मानवता को खो बैठे जब सभ्य नगर के वासी

तब सीता को हुआ सहायक वन का एक सन्यासी

उन ऋषि परम उदार का वाल्मीकि शुभ नाम
सीता को आश्रय दिया ले आए निज धाम

रघुकुल में कुलदीप जलाए
राम के दो सुत सिय नें जाए

जो एक राजा की पुत्री है,
एक राजा की पुत्रवधू है,
और एक चक्रवर्ती राजा की पत्नी है,
वही महारानी सीता वनवास के दुखों में,
अपने दिन कैसे काटती है,
अपने कुल के गौरव और स्वाभिमान की रक्षा करते हुए,
किसी से सहायता मांगे बिना,
कैसे अपना काम वो स्वयं करती है,
स्वयं वन से लकड़ी काटती है,
स्वयं अपना धान कूटती है,
स्वयं अपनी चक्की पीसती है,
और अपनी संतान को स्वावलंबी बनने की शिक्षा,
कैसे देती है
अब उसकी एक करुण झांकी देखिये )

जनक दुलारी कुलवधू दशरथजी की ,राजरानी होके दिन वन में बिताती है
रहते थे घेरे जिसे दास दासी आठों याम,दासी बनी अपनी उदासी को छुपाती है
धरम प्रवीना सती परम कुलीना,सब विधि दोष हीना जीना दुःख में सिखाती है
जगमाता हरिप्रिया लक्ष्मी स्वरूपा सिया,कूटती है धान, भोज स्वयं बनाती है
कठिन कुल्हाड़ी लेके लकड़िया काटती है,करम लिखे को पर काट नही पाती है
फूल भी उठाना भारी जिस सुकुमारी को था,दुःख भरे जीवन का बोझ वो उठाती है
अर्धांगिनी रघुवीर की वो धर धीर,भरती है नीर, नीर नैन में न लाती है
जिसकी प्रजा के अपवादों के कुचक्र में वो,पीसती है चाकी स्वाभिमान को बचाती है
पालती है बच्चों को वो कर्म योगिनी की भाँती,स्वाभिमानी, स्वावलंबी, सबल बनाती है
ऐसी सीता माता की परीक्षा लेते दुःख देते,निठुर नियति को दया भी नही आती है

उस दुखिया के राज दुलारे ,
हम ही सुत श्री राम तिहारे !

सीता माँ की आँख के तारे,लव कुश हैं पितु नाम हमारे !
हे पितु भाग्य हमारे जागे,राम कथा कही राम के आगे !!

शुक्रवार, 12 नवंबर 2021

नाम है तेरा तरण हरा , कब तेरा दर्शन होगा |

नाम है तेरा तरण हरा ,कब तेरा दर्शन हिओग , जिनकी प्रतिमा इतनी सुन्दर, वो कितना सुंदर होगा -2 

                  






नाम है तेरा तरण हरा ,कब तेरा दर्शन हिओग , जिनकी प्रतिमा इतनी सुन्दर, वो कितना सुंदर होगा -2 

 तुम ने तारे लाखो प्राणी ये संतो की वानी है, तेरे छवि पर मेरे भगवन ये दुनिया दीवानी है -2

 भाव से तेरी पूजा रचु ,जीवन में मंगल होगा

 जिनकी प्रतिमा इतनी सुन्दर वो कितना सुन्दर होगा

 नाम है तेरा तरण हरा ,कब तेरा दर्शन हिओग , जिनकी प्रतिमा इतनी सुन्दर, वो कितना सुंदर होगा -2 
 
 सुर वर मुनि वर जिनके चरण में ,निष् दिन शीश झुकाते है -2 

जो गाते है प्रभु की महिमा, वो सब कुछ पा जाते है -2 

अपने कास्ट मिटाने को तेरी , चरणों में वंदन होगा -2

 जिनकी प्रतिमा इतनी सुंदर वो कितना सुंदर होगा -2

 नाम है तेरा तरण हरा ,कब तेरा दर्शन हिओग , जिनकी प्रतिमा इतनी सुन्दर, वो कितना सुंदर होगा -2  

 मन की मुरादे लेकर स्वामी ,तेरे चरण में आये है |-2

हम है बालक तेरे चरण के, तेरे ही गुण गाते है -2

 भाव से पार उतरने को ,तेरी गीतों का सरगम होगा

 जिनकी प्रतिमा इतनी सुन्दर, वो कितना सुन्दर होगा 

 नाम है तेरा तरण हरा , कब तेरा दर्शन होगा ''जिनकी प्रतिमा इतनी सुन्दर ,वो कितना सुन्दर होगा
 
ऐसी दया कर देना दाता, निश्छल गुजरे ये जीवन -2

रंग रंगे नहीं कपट झूठ का, हो पवन मेरा तन मन -2

सेवा में तेरी ओ मेरे स्वामी भक्ति भाव अर्पण  होगा -2

नाम है तेरा तरण हरा ,कब तेरा दर्शन हिओग , जिनकी प्रतिमा इतनी सुन्दर, वो कितना सुंदर होगा -2 

सद कर्मो को करते रहे हम ,सच की राह दिखा देना -2

विचलित यदि मन  हो जाये  तो ,पाप से हमें बचा लेना -2

अंत समय जब आये तो  प्रभु दाग मुक्त  दर्पण होगा -2

 नाम है तेरा तरण हरा ,कब तेरा दर्शन हिओग , जिनकी प्रतिमा इतनी सुन्दर, वो कितना सुंदर होगा -2 

शनिवार, 9 अक्टूबर 2021

तुम सजती रहो हम सजाते रहें ,माँ सजाने में आनंद आता है,माँ दुर्गा भजन ,


                                  माँ दुर्गा भजन 







तुम सजती रहो हम सजाते रहें  -2

माँ सजाने में आनंद आता है -4

अ अ..................................

तुम चन्दन बनो हम पानी बने 

माँ  माँ .............. अम्बे मा 

तुम चन्दन बनो हम  पानी बने-2

मैया  चन्दन बनो हम पानी बने-2

घुल जाने  में अनंद आता है -2

तुम सजती रहो हम सजाते रहे -2

माँ सजाने में आनंद आता है -2


तुम दीपक बनो हम बाती बने -

माँ  माँ .............. अम्बे मा 

मैया दीपक बनो हम बाती बने -2

 लॉ लगाने में आनंद आता है 

तुम सजती रहो हम सजाते रहे -2

माँ सजाने में आनंद आता है -2


तुम सजती रहो हम सजाते रहे -

माँ  माँ .............. अम्बे मा 

तुम सजती रहो हम सजाते रहे -2

माँ सजाने में आनंद आता है -2

............................................

तुम सागर बनो हम लहरे  बने -

माँ  माँ .............. अम्बे मा 

मैया सागर बनो हम लहरे बने -2

डूब जाने में आनंद आता है -2

तुम सजती रहो हम सजाते रहे -2

माँ सजाने में आनंद आता है -2

.................................

तुम मांखन बनो हम मिश्री बने-

माँ  माँ .............. अम्बे मा 

मैय मंखन बनो हम मिश्री बने -2

मिल जाने में आनंद अत है -2

तुम सजाती रहो हम सजाते रहे -2

माँ सजाने में आनंद आता है -2

अअअ...................

तुम चंदा बनो हम चकोरी बने 

माँ  माँ .............. अम्बे मा 

मैया चंदा बनो हम चकोरी बने -2

दिल लगाने में अननद अत है -2

तुम सजाती रहो हम सजाते रहे -2

माँ सजाने में आनंद आता है -2


तुम सुनती रहो हम सुनते रहे 

माँ  माँ .............. अम्बे मा 

मैय्या सुनती रहो हम सुनते रहे -2

मैया गाने में आनंद अत है -2

तुम सजाती रहो हम सजाते रहे -2

माँ सजाने में आनंद आता है -2


तुम मोती बनो हम धागा बने |

माँ  माँ .............. अम्बे मा 

मैया मोती बनो हम धागा बने -2

गुट जाने में आनंद आता है -2

तुम सजाती रहो हम सजाते रहे -2

माँ सजाने में आनंद आता है -4


माँ दुर्गा भजन,जरा फूल बिछा दो आगन में मेरी मेरी मैया आने वाली है




                                              माँ दुर्गा भजन






जरा फूल बिछा दो आगन में मेरी मेरी मैया आने वाली है |-2
मेरी मैया आने वाली है -2

जरा फूल बीछ दो आंगन में मेरी मैया आने वाली है -2
किओ मैया की पायल ले औ कोई मैया की बिछुए ले औ -2
सब मैया की जय जय कार करो मेरी मैया आने वाली है -2
जरा फूल बिछा दो आगन में मेरी मेरी मैया आने वाली है |

कोई मैया की कंगन ले औ कोई मैया की चूड़ी ले औ -2
सब मैया की जय जय कार करो मेरी मैया आने वाली है -2
जरा फूल बिछा दो आंगन में मेरी मैय७अ बने वाली है -2




कोई मैया की साडी ले औ कोई मैया का लहगा लाओ -2
सब मैया की जय जय कार करो मेरी मैया आने वाली है -2
जरा फूल बिछा दो आगन में मेरी मेरी मैया आने वाली है -2

कोई मैया की कुंडल ले  औ कोई मैया की झुमके लाओ -2
सब मैया की जय जय कार करो मेरी मैया आने वाली है -2
जरा फूल बिछा दो आगन में मेरी मेरी मैया आने वाली है 

कोई मैया की बिंदिया लाओ कोई मैया का टीका ले औ -2
सब मैया की जय जय कार करो मेरी मैया आने वाली है -2
जरा फूल बिछा दो आगन में मेरी मेरी मैया आने वाली है -2

कोई हलवा छोले लाओ कोई ध्वजा नारिय्तल ले औ -2
सब मैया की जय जय कार करो मेरी मैया आने वाली है -2
जरा फूल बिछा दो आगन में मेरी मेरी मैया आने वाली है -2

मेरी मैया आने वाली है ममेरी मैया आने वाली है  -2

सब मैया की जय जय कार करो मेरी मैया आने वाली है -2
जरा फूल बिछा दो आगन में मेरी मेरी मैया आने वाली है -2



शुक्रवार, 8 अक्टूबर 2021

राधा रानी हमें ही बता दे जरा ,तेरा दीवाना कैसे हुआ सवार ,राधा रानी भजन




                                       राधा रानी भजन 



कान्हा कि तस्वीर पे रख के राधे हाँथ -2
सच्ची सच्ची बोलना हम पूछे जो बात |


बोल बांके बिहारी लाल की --- जय


राधा रानी  हमें ही बता दे जरा -2 
राधा रानी  हमें ही बता दे जरा ,तेरा  दीवाना कैसे हुआ सवार -2 
राधे राधे रेट हर घडी बावरा-2  
तेरा दीवाना कैसे हुआ सवार 
राधा रानी हमें ही बता दे जरा
 तेरा दीवाना कैसे हुआ सवार -2
.......................................
तुम न अये तो जमुना पे अता  नहीं तुम न हो तो ये बंसी बजता नहीं -2
तेरी पानी सी भी लस्सी ये हंश के  पिए 
हम खिलाये तो माखान भी खता नहीं -2
जादू टोना -2
जादू टोना बता कोन सा है करा 
तेरा दीवाना कैसे हुआ सवार 
राधा रानी  हमें ही बता दे जरा 
तेरा  दीवाना कैसे हुआ सवार -2
.......................................
तेरी गलियों के चक्कर लगाने लगा ,रोज बरसाने में आने जाने लगा -2
चूड़ी वाली कभी मेहँदी  वाली कभी 
रूप निशदिन नए ये  बनाने लगा-2
दे जवाब -2 ,
दे जवाबअज्ज तू सोला आने खरा -2 
तेरा दीवाना कैसे हुआ सवार 

राधा रानी  हमें ही बता दे जरा 
तेरा  दीवाना कैसे हुआ सवार -2
......................
कल तलक जो चरण जीत का मीत था जो निभाता सदा प्रीत की रीत था -2
उसकी बंसी तेरी गीत गाने लगी जिसकी धुन में लिखा मैंने हर गीत था 
रह गया प्रेम मेरा  धरा का धरा -2 
तेरा दीवाना कैसे हुआ सवरा  
राधा रानी  हमें ही बता दे जरा 
तेरा  दीवाना कैसे हुआ सवार -2
..........................................

  राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे  राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे 

 राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे  राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे 

बुधवार, 6 अक्टूबर 2021

ऐसी लगी लगन ,मीरा हो गयी मगन , मीरा भजन , कृष्णा भजन,

                                                  ऐसी लगी लगन ,मीरा हो गयी मगन




 ऐसी लगी लगन ,मीरा हो गयी मगन -2 

वो तो गली गली हरी गुन गाने लगी 
महलो में पली बनके जोगन चली -2
मीरा रानी दीवानी कहाने लगी
 ऐसी लगी लगन ,मीरा हो गयी मगन

.....................................................

 कोई रोके नहीं कोई टोको नहीं मीरा गोविंद गोपाल गाने लगी -2
बैठी संतो के संग रंगे मोहन के रंग मीरा प्रेमी प्रियतम को मानाने लगी 
वो तो गली गली हरी गुन गाने लगी 
 ऐसी लगी लगन ,मीरा हो गयी मगन 

............................................

 


रना ने विष दिया मनो अमृत पिया 
मीरा सागर में द्सरिता सामने लगे -2
दुःख लाखो सहे मुख से गोविंग कहे 
मीरा गोविन्द गोपाल गाने लगी 
वो तो गली गली-2 हरी गुण गाने लगी
ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन -2
वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी 
महलो में पली बनके जोगन चली 
मीरा रानी दीवानी कहाने लगी 
 ऐसी लगी लगन ,मीरा हो गयी मगन -2
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 made by S...K



मंगलवार, 6 जुलाई 2021

न देना दोष किस्मत को | चेतावनी भजन | Bhajan | lyrics in hindi

                  

                            ★★भजन★★


   न देना दोष किस्मत को,  विपत तो सब पे आती हैं।...   
    

न देना दोष किस्मत को,  विपत तो सब पे आती हैं।...
विपत आई अंधी आंधो पे लाल श्रवण सा पाया था...
न देना दोष किस्मत को,  विपत तो सब पे आती हैं।...
विपत आई अंधी आंधो पे लाल श्रवण सा पाया था...
 न देना दोष दशरथ को, विपत तो सब पे आती  हैं।
न देना दोष किस्मत को, विपत तो सब पे
आती हैं।...2
विपत आई राजा दशरथ पे राम जब जा रहे थे  वन को...2
न देना दोष केकई को, विपत तो सब पे आती हैं।
न देना दोष किस्मत को, विपत तो सब पे
आती हैं।...2
विपत आई नार द्रोपदी पे सभा मे चीर हरण करते...2
न देना दोष कौरव  को, विपत तो सब पे आती हैं।
 ना देना दोष किस्मत को,  विपत तो सब पे
आती हैं।...2
विपत आई पाँचो पांडवो पे, छूटा देश भी अपना...2
न देना  दोष जुए को, विपत तो सब पे आती हैं।
न देना दोष किस्मत को, विपत तो सब पे आती हैं।...2 


 Lyrics...


                Na Dena dosh kismat ko, vipat to sab pe aati hai...2

         

    

   Na Dena dosh kismat ko, vipat to sab pe aati hai...
Vipat aayi andi ando pe, lal shravan
Sa paya tha...
Na Dena dosh kismat ko, vipat to sab pe aati hai...
Vipat aayi andi ando pe, lal shravan
Sa paya tha...
Na Dena dosh dashrath ko, vipat to sab pe aati hai
Na Dena dosh kismat ko, vipat to sab pe aati hai...2
Vipat aayi raja dashrath pe, ram jab ja rahe the van ko...2
Na Dena dosh kekai ko, vipat to sab pe aati hai
Na Dena dosh kismat ko, vipat to Sab pe aati hai...2
Vipat aayi naar dropti pe, Sabha me cheer haran karte...2 
Na Dena dosh kaorav ko, vipat to sab pe aati hai
Na Dena dosh kismat ko, vipat to sab pe aati hai...2
Vipat aayi paacho pandvo pe, chhuta  desh bhi apna...2
Na dena dosh juye ko vipat to sab pe aati hai 
Na Dena  dosh kismat ko vipat to sab pe aati hai...2
            Na Dena  dosh kismat ko vipat to sab pe aati hai...2     
                                                                                   

हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की, ये रामायण है पुण्य कथा श्री राम की

                                Hum Katha Sunate Ram Sakal  हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की,हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की ये रामायण है पुण...