मंगलवार, 6 जुलाई 2021

न देना दोष किस्मत को | चेतावनी भजन | Bhajan | lyrics in hindi

                  

                            ★★भजन★★


   न देना दोष किस्मत को,  विपत तो सब पे आती हैं।...   
    

न देना दोष किस्मत को,  विपत तो सब पे आती हैं।...
विपत आई अंधी आंधो पे लाल श्रवण सा पाया था...
न देना दोष किस्मत को,  विपत तो सब पे आती हैं।...
विपत आई अंधी आंधो पे लाल श्रवण सा पाया था...
 न देना दोष दशरथ को, विपत तो सब पे आती  हैं।
न देना दोष किस्मत को, विपत तो सब पे
आती हैं।...2
विपत आई राजा दशरथ पे राम जब जा रहे थे  वन को...2
न देना दोष केकई को, विपत तो सब पे आती हैं।
न देना दोष किस्मत को, विपत तो सब पे
आती हैं।...2
विपत आई नार द्रोपदी पे सभा मे चीर हरण करते...2
न देना दोष कौरव  को, विपत तो सब पे आती हैं।
 ना देना दोष किस्मत को,  विपत तो सब पे
आती हैं।...2
विपत आई पाँचो पांडवो पे, छूटा देश भी अपना...2
न देना  दोष जुए को, विपत तो सब पे आती हैं।
न देना दोष किस्मत को, विपत तो सब पे आती हैं।...2 


 Lyrics...


                Na Dena dosh kismat ko, vipat to sab pe aati hai...2

         

    

   Na Dena dosh kismat ko, vipat to sab pe aati hai...
Vipat aayi andi ando pe, lal shravan
Sa paya tha...
Na Dena dosh kismat ko, vipat to sab pe aati hai...
Vipat aayi andi ando pe, lal shravan
Sa paya tha...
Na Dena dosh dashrath ko, vipat to sab pe aati hai
Na Dena dosh kismat ko, vipat to sab pe aati hai...2
Vipat aayi raja dashrath pe, ram jab ja rahe the van ko...2
Na Dena dosh kekai ko, vipat to sab pe aati hai
Na Dena dosh kismat ko, vipat to Sab pe aati hai...2
Vipat aayi naar dropti pe, Sabha me cheer haran karte...2 
Na Dena dosh kaorav ko, vipat to sab pe aati hai
Na Dena dosh kismat ko, vipat to sab pe aati hai...2
Vipat aayi paacho pandvo pe, chhuta  desh bhi apna...2
Na dena dosh juye ko vipat to sab pe aati hai 
Na Dena  dosh kismat ko vipat to sab pe aati hai...2
            Na Dena  dosh kismat ko vipat to sab pe aati hai...2     
                                                                                   

शुक्रवार, 2 जुलाई 2021

शेंदूर लाल चढ़यो अच्छा गजमुख को | (गणेश आरती) | Lyrics in hindi

                      ❤❤गणेश आरती❤❤      


  शेंदूर लाल चढ़यो अच्छा गजमुख को ।                                 (Lyrics)   

                    

              


  शेंदूर लाल चढ़यो अच्छा    
      गजमुख को ।

दोंदिल लाल विराजे सुत                                            
      गौरीहार को।।

हाथ लिए गुड़ लड्डू साँई   
       सुरवर को।

महिमा कहे न जाय लागत
       हूँ पद को ।।

   जय देव जय देव।
जय जय जी गणराज।।
  विध्या सुख दाता।

धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा
      मन रमता।।

  जय देव जय देव।...2

भाव भगत से कोई।।
  शरणागत आवे।

संतति सम्पत्ति सवही 
     भरपूर पावे।।

ऐसे तुम महाराज मोको
      अति भावे।

गोंसावीनंदन निशदिन 
       गुण गावे।।

  जय देव जय देव।
जय जय जी गणराज।।
  विध्या सुख दाता।

धन्य तुम्हारो दर्शन मेरा
       मन रमता।।

  जय देव जय देव।...2

घालिन लोटांगण वंदिन चरण।
 डोढ़यानी  पाहिंन रूप तुझे।।

प्रेम आलिंगिन आनंदे पूँजीन।
भावे ओवाढित म्हणे नामा।।

त्वमेव माता च पिता त्वमेव।
त्वमेव वन्धुरच सखा त्वमेव।।

त्वमेव विध्या द्रविणम त्वमेव।
त्वमेव सर्वम मम् देव देव।।

कायेन वाचा मनसेंद्रियैर्वा।
बुद्धयात्मना वा प्राकृति स्वभावात।। 

करोमि यद्द्यत  सकमल परसमै।
नारायणायेति समर्पयामि।।

अच्युतमकेशवम् रामनारायणम्।
कृष्णदामोदरम् वासुदेवम् हरि।।

श्री धरम माधवम् गोपिकावल्लवम्।
जानकी नायकम् रामचंद्रम भजे।।

हरे राम हरे राम......
राम राम हरे हरे.........

हरे कृष्णा हरे कृष्णा......
कृष्णा कृष्णा  हरे हरे..........


गुरु गोविन्द दोऊ खड़े | कबीर अमृतवाणी | कबीर दोहे |(Lyrics) in hindi

                                   कबीर अमृतवाणी  

   


  गुरु गोविन्द दोऊ खड़े। काके लागू पाय।।                               (Lyrics)   


गुरु गोविन्द दोऊ खड़े | कबीर अमृतवाणी | कबीर दोहे |(Lyrics) in hindi


गुरु गोविन्द दोऊ खड़े।
काके लागू पाय।।
गुरु गोविन्द दोऊ खड़े।
काके लागू पाय।।

बलिहारी गुरु आपने गोविन्द दियो बताए
कबीरा गोविन्द दियो बताए।...

ऐसी बानी बोलिए। 
मन आपा खोए।।...२
औरन को शीतल करे।
आपहु शीतल होय।।
कबीरा आपहु शीतल होय।...

बड़ा हुआ तो क्या हुआ। 
जैसे पेड़ खजूर।।...२
पंथी को छाया नहीं।
फल लागे अति दूर।।
भैया फल लागे अति दूर।...

निंदक नियरे रखिये।
आँगन कुटी छवाय।।...२
बिन पानी साबुन बिना।
निर्मल करे सुभाय।।
कबीरा निर्मल करे सुभाय।...

दुःख में सुमिरन सब करे।
सुखः में करे न कोय।।...२
जो सुख: में सुमिरन करे।
तो दुःख काहे होय।।
कबीरा तो दुःख काहे को होय।...

माटी कहे कुम्हार से।
तू क्यो रोंदे मोहे।।...२
एक दिन ऐसा आएगा।
मैं रोदूँगी तोय रे भैया।।
मैं रौंदूँगी तोय।...

मेरा मुझमें कुछ नहीं।
जो कुछ है। सो तेरा।।...२
तेरा तुझको सौपं ते।
क्या लागे है। मेरा।।
कबीरा क्या लागे है। मेरा।...

काल करे  सो आज कर।
आज करे सो अब।।...२
पल में प्रलय होएगी।
बहुरि करेगा कब।।
कबीरा बहुरि करेगा कब।...

जाति न पूछो साधू की।
पूछ लीजिए ज्ञान।।...२
मोल करो तलवार का।
पड़ी रहने दो म्यान।।
अरे भाई पड़ी रहने दो म्यान।...

नहाये धोये क्या हुआ।
जो मन मैल न जाए।।...२
मीन सदा जल में रहे।
धोये बास न जाए।।
रे भैया धोये बास न जाए।...

पांथी पढ़ी पढ़ी जग मुआ।
पंडित पढ़ी पढ़ी जग मुआ।
पंडित बना न कोय।।...२
ढाई आखर प्रेम का।
पढ़े सो पंडित होय।।
कबीरापढ़े सो पंडित होय।...

साई इतना दीजिये।
जा में कुटुम समाय।।...२
मैं भी भूखा न रहूँ।
साधु न भूखा जाय।।
कबीरा साधु न भूखा जाय।...

माखी गुड़ में गड़ी रहे।
पंख रहे लिपटाय।।...२
हाथ मेल और सर धुनें।
लालच बुरी बलाय।।
कबीरा लालच बुरी बलाय।...


सजा दो घर को गुलशन सा अवध में राम आये हैं | (मेरे सरकार आये हैं)| | श्री राम भजन | (Lyrics) in hindi

                         ♡♡श्री राम भजन♡♡

     

  सजा दो  घर को गुलशन सा                                                     (Lyrics)  

  अवध में राम आये हैं।। 

 

 
सजा दो  घर को गुलशन सा अवध में राम आये हैं| श्री राम भजन | (Lyrics) in hindi

सजादो  घर को गुलशन सा,अवध में राम आये हैं।।...

 सजादो  घर को गुलशन सा
अवध में राम आये हैं।।...2

अवध में राम आये हैं। 
मेरे सरकार आये हैं।।...2

मेरे सरकार आये हैं।

लगे कुटिय भी दुल्हन सी...2
अवध में राम आये हैं।। 

सजा दो  घर को गुलशन सा
अवध में राम आये हैं।।...2

पखारो इनके चरणों को बहाकर प्रेम की 
गंगा...2
पखारो इनके चरणों को बहाकर प्रेम की
गंगा...2

बहा कर प्रेम की गंगा...

बिछादो अपनी पलकों को...2
अवध में राम आये हैं।।

सजा दो  घर को गुलशन सा
अवध में राम आये हैं।।...2

तेरी आहट से हैं। वाकिफ नहीं चेहरे की हैं। दरकार...2
बिना देखे ही कह देंगे लो आ गए हैं। मेरे सरकार...2

लो आ गए हैं। मेरे सरकार...

दुआओ का हुआ हैं। असर...2
अवध में राम आये हैं।। 

सजा दो  घर को गुलशन सा
अवध में राम आये हैं।।...2

मेरे सरकार आये हैं।
लगे कुटिय भी दुल्हन सी...2
अवध में राम आये हैं।

सजा दो  घर को गुलशन सा
अवध में राम आये हैं।।...2

मेरे सरकार आये हैं।.........
अवध में राम आये हैं।।.........

                                                      
                                                                                                                                            




हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की, ये रामायण है पुण्य कथा श्री राम की

                                Hum Katha Sunate Ram Sakal  हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की,हम कथा सुनाते राम सकल गुणधाम की ये रामायण है पुण...